मानव भूगोल :अनुक्रमणिका (Human Geography: Contents)
मानव भूगोल :अनुक्रमणिका(Human Geography: Contents)
- मानव भूगोल बनाम मानव पारिस्थितिकी
- मानव व उसके प्राकृतिक पर्यावरण के साथ समायोजन के अध्ययन के रूप में मानव भूगोल
- कार्य क्षेत्र
- मानव भूगोल ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
- मानव भूगोल की विचारधाराए
- नव निश्चयवाद
- सांस्कृतिक अथवा सामाजिक निश्चयवाद
- व्यवहारवादी पर्यावरण
- कल्याण मानव भूगोल
- मानवतावादी भूगोल
2. उद्विकास और मानव प्रजातियां- मानव का उद्विकास
- मानव प्रजातियां
- प्रजातिवाद
- नृजातीय समूह
3. जनसंख्या: विश्व प्रतिरूप- कृषि क्रांति से पूर्व जनसंख्या
- जनसंख्या वृद्धि का विकास इतिहास
- विश्व जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले कारक
- जनसंख्या का महत्व
- जनसंख्या वितरण
- गाने बेस प्रदेश
- विरल जनसंख्या के प्रदेश
- भविष्य में जनसंख्या का वितरण
- कुछ जनसंख्या पदों की परिभाषाएं
- आयु और लिंग संरचना
- आयु समूह
- साक्षरता
- जनसंख्या के सिद्धांत
- अनुकूलतम जनसंख्या सिद्धांत
- जनसंख्या समस्याएं
- यूरोप की जनसंख्या दुविधा
- जनसंख्या नीतियां
- भारत का जनसंख्या परिदृश्य
- जनसंख्या वृद्धि 2001 20
- ग्रामीण शहरी विभेदीकरण
- भारत की जनसंख्या नीति
- राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 20
- जनसंख्या और मानव कल्याण
4. प्रवसन- प्रवासन के कारण प्रवचन के परिणाम
- अंतर्राष्ट्रीय प्रवचन
- आधुनिक अंतरराष्ट्रीय प्रवचन
- भारत से उत्प्रवासन
- प्रवास के सिद्धांत
5. संस्कृत भाषा धर्म और प्रथाओं की विविधता- भाषा
- धर्म
- प्रथाएं
6. विकास के प्रतिमान- विकास के उपागम
- अन्याय पूर्ण अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था
- विकासशील देशों में विकास के लक्षण
- विकास के मापदंड
- विकास के मिश्रित उपाय
- असमान विकास केंद्र परिसर मॉडल
- रोस्टन का विकास मॉडल
- संतुलित विकास मॉडल
- विश्व के विकास प्रदेश
7. मानव विकासऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य धन संपदा और मानव विकास मानव विकास सूचकांक मानव विकास सूचकांक में क्या सम्मिलित किया जाता है भारत में प्रति व्यक्ति आय का वितरण आसमान मानव विकास स्थानिक प्रतिमान मानव विकास सूचकांक मानव विकास सूचकांक के प्रमुख लक्षण विकासशील देशों में गरीबी विकासशील देशों हेतु मानव गरीबी सूचकांक के मुख्य लक्षण औद्योगिक देशों में मानव गरीबी आसमानताएं अति समृद्धि व्यक्ति ग्रामीण नगरीय और लिंग असमानताएं नृजातीय और नस्लीय असमानतायें उपभोग प्रतिमान सच को संबंधित पूर्व पत्रिका टिप्पणियां मानव विकास सूचकांक की संगणना
8. मानव अधिवास (बस्तियां)आदिवासियों का उद्भव आदिवासियों का स्थान आदिवासियों का वर्गीकरण ग्रामीण आदिवासियों के कार्य ग्रामीण आदिवासियों के प्रतिमान नियोजित ग्रामीण अधिवास ग्रामीण नगरीय सांतत्यक/नैरेन्त्य नगरीय अधिवास नगरों के सामाजिक क्षेत्र
9. नगरीयकारणनगरीय अधिवास का आधार नगरीकरण का उद्भव और विकास आधुनिक नगरी वृद्धि विशाल मेगा नगर भारत में नगरी कारण स्वतंत्रता के बाद भारत में नगरी कारण भारत में नगरी कारण का स्तर और प्रवृत्ति महानगरीय क्षेत्र भारतीय विशाल नगर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र गांधी बस्तियों की जनसंख्या भारतीय नगरीकरण की प्रमुख विशेषताएं
10. पर्यावरण पर मानव का अधिप्रभाव- जलवायु परिवर्तन के कारण
- ऐतिहासिक काल में पर्यावरणीय परिवर्तन
- ग्रीन हाउस गैसों में वृद्धि
- बसंत का पहला आगमन
- शीत ऋतु देर से
- अमलीकरण
- और नोट छरण
- कूड़ा करकट के निपटारे द्वारा पर्यावरण परिवर्तन
- पर्यावरण पर कृषि विकास का अधिप्रभाव
- पर्यावरण पर रासायनिक उर्वरकों का अधिप्रभाव
- मृदा अपरदन
- लावणीकरण
- मरुस्थलीकरण
- पर्यावरणीय परिवर्तन के अभिकर्ता के रूप में पर्यटन और मनोरंजन
- जैव अनुवांशिकी अभियांत्रिकी और पर्यावरण
11. प्रारंभिक जनमानव- भोजन संग्रह लोग कांगो बेसिन के पिग्मी
- सेमांग
- सकाई लोग
- अंडमान वास
- कालाहारी मरुस्थल के शान बुशमैन
- ब्लैकफुट लोग
- पाइयूत लोग
- इनयुत लोग ( एस्किमो): समुद्री स्तनधारी के आखेटक
- ऑस्ट्रेलिया के आदिवासी
- युकाधीर लोग
- अरब मरुस्थल के वधू
- मध्य एशिया के ख़िरगीज
- टुंगस: साइबेरिया के रेनडियर पालक
- याकूत : रेन्डियर और घोड़े पालक
- चुकची और कोयार्क
- Samoyed
- पूर्वी अफ्रीका के मसाई
- बोरो पश्चिमी अमेजॉन की घाटी के खेतिहर
- ओसिया के लोग दीपों के कृषक
- पूर्वी सोलोमन के खेतिहर कृषक
- योरूबा (यो-रु-बाह): अफ्रीकी जंगलों के कूदाली खेतिहर
- अफ्रीका के आदिवासी
- एशिया के आदिवासी
- आस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड की जनजातियां
- यूरेशिया की जनजातीय
- उत्तरी अमेरिका की जनजातीय
- दक्षिणी अमेरिका की जनजातीय
- भारत के प्रमुख जनजातियां
- भारत में आखेट युग की जनजातियां
- बहु विवाह बहू पत्नी जनजातियां
- बहुपति जनजातियां
- जनजातियों का आर्थिक वर्गीकरण
- भारत के भील
- गौंड लोग
- जम्मू कश्मीर के गुर्जर और बकरवाल
- उत्तर पूर्वी भारत के नागा
- मानव भूगोल बनाम मानव पारिस्थितिकी
- मानव व उसके प्राकृतिक पर्यावरण के साथ समायोजन के अध्ययन के रूप में मानव भूगोल
- कार्य क्षेत्र
- मानव भूगोल ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
- मानव भूगोल की विचारधाराए
- नव निश्चयवाद
- सांस्कृतिक अथवा सामाजिक निश्चयवाद
- व्यवहारवादी पर्यावरण
- कल्याण मानव भूगोल
- मानवतावादी भूगोल
- मानव का उद्विकास
- मानव प्रजातियां
- प्रजातिवाद
- नृजातीय समूह
- कृषि क्रांति से पूर्व जनसंख्या
- जनसंख्या वृद्धि का विकास इतिहास
- विश्व जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले कारक
- जनसंख्या का महत्व
- जनसंख्या वितरण
- गाने बेस प्रदेश
- विरल जनसंख्या के प्रदेश
- भविष्य में जनसंख्या का वितरण
- कुछ जनसंख्या पदों की परिभाषाएं
- आयु और लिंग संरचना
- आयु समूह
- साक्षरता
- जनसंख्या के सिद्धांत
- अनुकूलतम जनसंख्या सिद्धांत
- जनसंख्या समस्याएं
- यूरोप की जनसंख्या दुविधा
- जनसंख्या नीतियां
- भारत का जनसंख्या परिदृश्य
- जनसंख्या वृद्धि 2001 20
- ग्रामीण शहरी विभेदीकरण
- भारत की जनसंख्या नीति
- राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 20
- जनसंख्या और मानव कल्याण
- प्रवासन के कारण प्रवचन के परिणाम
- अंतर्राष्ट्रीय प्रवचन
- आधुनिक अंतरराष्ट्रीय प्रवचन
- भारत से उत्प्रवासन
- प्रवास के सिद्धांत
- भाषा
- धर्म
- प्रथाएं
- विकास के उपागम
- अन्याय पूर्ण अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था
- विकासशील देशों में विकास के लक्षण
- विकास के मापदंड
- विकास के मिश्रित उपाय
- असमान विकास केंद्र परिसर मॉडल
- रोस्टन का विकास मॉडल
- संतुलित विकास मॉडल
- विश्व के विकास प्रदेश
- जलवायु परिवर्तन के कारण
- ऐतिहासिक काल में पर्यावरणीय परिवर्तन
- ग्रीन हाउस गैसों में वृद्धि
- बसंत का पहला आगमन
- शीत ऋतु देर से
- अमलीकरण
- और नोट छरण
- कूड़ा करकट के निपटारे द्वारा पर्यावरण परिवर्तन
- पर्यावरण पर कृषि विकास का अधिप्रभाव
- पर्यावरण पर रासायनिक उर्वरकों का अधिप्रभाव
- मृदा अपरदन
- लावणीकरण
- मरुस्थलीकरण
- पर्यावरणीय परिवर्तन के अभिकर्ता के रूप में पर्यटन और मनोरंजन
- जैव अनुवांशिकी अभियांत्रिकी और पर्यावरण
- भोजन संग्रह लोग कांगो बेसिन के पिग्मी
- सेमांग
- सकाई लोग
- अंडमान वास
- कालाहारी मरुस्थल के शान बुशमैन
- ब्लैकफुट लोग
- पाइयूत लोग
- इनयुत लोग ( एस्किमो): समुद्री स्तनधारी के आखेटक
- ऑस्ट्रेलिया के आदिवासी
- युकाधीर लोग
- अरब मरुस्थल के वधू
- मध्य एशिया के ख़िरगीज
- टुंगस: साइबेरिया के रेनडियर पालक
- याकूत : रेन्डियर और घोड़े पालक
- चुकची और कोयार्क
- Samoyed
- पूर्वी अफ्रीका के मसाई
- बोरो पश्चिमी अमेजॉन की घाटी के खेतिहर
- ओसिया के लोग दीपों के कृषक
- पूर्वी सोलोमन के खेतिहर कृषक
- योरूबा (यो-रु-बाह): अफ्रीकी जंगलों के कूदाली खेतिहर
- अफ्रीका के आदिवासी
- एशिया के आदिवासी
- आस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड की जनजातियां
- यूरेशिया की जनजातीय
- उत्तरी अमेरिका की जनजातीय
- दक्षिणी अमेरिका की जनजातीय
- भारत के प्रमुख जनजातियां
- भारत में आखेट युग की जनजातियां
- बहु विवाह बहू पत्नी जनजातियां
- बहुपति जनजातियां
- जनजातियों का आर्थिक वर्गीकरण
- भारत के भील
- गौंड लोग
- जम्मू कश्मीर के गुर्जर और बकरवाल
- उत्तर पूर्वी भारत के नागा
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